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अध्याय 20: श्री चैतन्य महाप्रभु द्वारा सनातन गोस्वामी को परम सत्य के विज्ञान की शिक्षा
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श्लोक 104
श्लोक
2.20.104
প্রভু কহে, — “কৃষ্ণ-কৃপা তোমাতে পূর্ণ হয
সব তত্ত্ব জান, তোমার নাহি তাপ-ত্রয
प्रभु कहे, - “कृष्ण - कृपा तोमाते पूर्ण हय ।
सब तत्त्व जान, तोमार नाहि ताप - त्रय ॥104॥
अनुवाद
श्री चैतन्य महाप्रभु ने कहा, "भगवान कृष्ण ने आप पर अपनी पूरी कृपा की है, इसलिए ये सारी बातें आपको पता हैं। आपके लिए तीनों प्रकार के दुखों का कोई अस्तित्व नहीं है।"
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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