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श्लोक 2.18.91  |
বৃন্দাবনে পুনঃ ‘কৃষ্ণ’ প্রকট হ-ইল
যাহাঙ্ তাহাঙ্ লোক সব কহিতে লাগিল |
वृन्दावने पुनः ‘कृष्ण’ प्रकट हइल ।
याहाँ ताहाँ लोक सब कहते लागिल ॥91॥ |
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अनुवाद |
महाप्रभु जहाँ भी जाते थे, सभी लोग कहते थे, "वृन्दावन में फिर से कृष्ण जी प्रकट हुए हैं।" |
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