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श्लोक 2.18.81  |
তৃতীয-প্রহরে লোক পায দরশন
সবারে উপদেশ করে ‘নাম-সঙ্কীর্তন’ |
तृतीय - प्रहरे लोक पाय दरशन ।
सबारे उपदेश करे ‘नाम - सङ्कीर्तन’ ॥81॥ |
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अनुवाद |
दोपहर बाद ही लोग उनसे मिल सके। भगवान ने सभी को पवित्र नाम जपने के महत्व के बारे में बताया। |
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