|
|
|
श्लोक 2.18.79  |
অক্রূরের লোক আইসে প্রভুরে দেখিতে
লোক-ভিডে স্বচ্ছন্দে নারে ‘কীর্তন’ করিতে |
अकूरेर लोक आइसे प्रभुरे देखिते ।
लोक - भिड़े स्वच्छन्दे नारे ‘कीर्तन’ करिते ॥79॥ |
|
अनुवाद |
अक्रूर तीर्थ के निकट रहने वाले सभी लोग श्री चैतन्य महाप्रभु को देखने के लिए आते थे और भीड़ बढ़ने के कारण महाप्रभु शांतिपूर्वक नाम-कीर्तन नहीं कर पाते थे। |
|
|
|
✨ ai-generated |
|
|