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श्लोक 2.18.224  |
তাহা কে কহিতে পারে ক্ষুদ্র জীব হঞা
দিগ্-দরশন কৈলুঙ্ মুঞি সূত্র করিযা |
ताहा के कहिते पारे क्षुद्र जीव हञा ।
दिग्दरशन कैलू मुञि सूत्र करिया ॥224॥ |
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अनुवाद |
श्री चैतन्य महाप्रभु की लीलाओं का वर्णन कोई साधारण जीव नहीं कर सकता। मैंने तो सिर्फ सार रूप में दिशा निर्देशन ही किया है। |
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