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श्लोक 193
श्लोक
2.18.193
সর্ব-শ্রেষ্ঠ, সর্বারাধ্য, কারণের কারণ
তাঙ্র ভক্ত্যে হয জীবের সṁসার-তারণ
सर्व - श्रेष्ठ, सर्वाराध्य, कारणेर कारण ।
ताँर भक्त्ये हय जीवेर संसार - तारण ॥193॥
अनुवाद
"भगवान सर्वोच्च सत्य हैं, जिन्हें हर कोई पूजता है। वे सभी कारणों के कारण हैं। उनकी भक्ति में लीन होकर जीव भौतिक अस्तित्व से मुक्त हो जाता है।"
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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