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श्लोक 2.18.187  |
‘অদ্বৈত-ব্রহ্ম-বাদ’ সেই করিল স্থাপন
তার শাস্ত্র-যুক্ত্যে তারে প্রভু কৈলা খণ্ডন |
‘अद्वैत - ब्रह्म - वाद’ सेइ करिल स्थापन ।
तार शास्त्र - युक्त्ये तारे प्रभु कैला खण्डन ॥187॥ |
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अनुवाद |
जब उस पीर ने कुरान के आधार पर परम सत्य को निराकार ब्रह्मवाद के रूप में स्थापित करने का प्रयास किया, तब श्री चैतन्य महाप्रभु ने उसके तर्कों का खंडन किया। |
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