वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्री चैतन्य चरितामृत
»
लीला 2: मध्य लीला
»
अध्याय 18: श्री चैतन्य महाप्रभु द्वारा वृन्दावन में भ्रमण
»
श्लोक 174
श्लोक
2.18.174
এখনি আসিবে সব, আমি যদি ফুকারি
ঘোডা-পিডা লুটি’ লবে তোমা-সবা মারি’
एखनि आसिबे सब, आमि यदि फुकारि ।
घोड़ा - पिड़ा लुटि’ लबे तोमा - सबा मा रि’ ॥174॥
अनुवाद
"अगर मैं ज़ोर-ज़ोर से पुकारूँगा, तो वे तुरंत आएँगे और तुम्हें मार डालेंगे, और तुम्हारे घोड़े और काठी लूट लेंगे।"
✨ ai-generated
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2025 vedamrit. All Rights Reserved.