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श्लोक 2.18.166  |
তবে সেই পাঠান চারি-জনেরে বাঙ্ধিল
কাটিতে চাহে, গৌডিযা সব কাঙ্পিতে লাগিল |
तबे सेइ पाठान चारि - जनेरे बाँधिल ।
काटिते चाहे, गौड़िया सब काँपिते लागिल ॥166॥ |
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अनुवाद |
ऐसा सोचकर पठान सैनिकों ने उन चार व्यक्तियों को बंदी बना लिया और उन्हें मार डालने का फैसला किया। इससे दोनों बंगाली काँपने लगे। |
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