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श्लोक 2.18.110  |
বৃন্দাবনে হ-ইলা তুমি কৃষ্ণ-অবতার
তোমা দেখি’ সর্ব-লোক হ-ইল নিস্তার |
वृन्दावने हइला तुमि कृष्ण - अवतार ।
तोमा दे खि’ सर्व - लोक हइल निस्तार ॥110॥ |
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अनुवाद |
तब लोगों ने कहा, "आप कृष्ण के अवतार के रूप में वृंदावन में प्रकट हुए हैं। केवल आपको देखकर ही हर व्यक्ति मुक्त हो गया है।" |
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