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श्लोक 2.18.10  |
সেই কুণ্ডে যেই এক-বার করে স্নান
তাঙ্রে রাধা-সম ‘প্রেম’ কৃষ্ণ করে দান |
सेइ कुण्डे येइ एक - बार करे स्नान ।
ताँरे राधा - सम ‘प्रेम’ कृष्ण करे दान ॥10॥ |
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अनुवाद |
जो कोई भी इस कुंड में एक बार भी स्नान करता है, उसे भगवान कृष्ण श्रीमती राधारानी जैसा ही प्रेम और भक्ति का अनुभव प्रदान करते हैं। |
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