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श्लोक 2.16.29  |
নিত্যানন্দের পরিচয সব সেবক সনে
বহুত সম্মান আসি’ কৈল সেবক-গণে |
नित्यानन्देर परिचय सब सेवक सने ।
बहुत सम्मान आसि’ कैल सेवक - गणे ॥29॥ |
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अनुवाद |
मंदिर के सभी पुजारी पहले से ही श्री नित्यानंद प्रभु से मिल चुके थे; इसलिए वे सभी आए और उन्होंने प्रभु का बहुत आदर किया। |
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