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श्लोक 2.15.226  |
শত চুলায শত জন পাক যদি করে
তবু শীঘ্র এত দ্রব্য রান্ধিতে না পারে |
शत चुलाय शत जन पाक यदि करे ।
तबु शीघ्र एत द्रव्य रान्धिते ना पारे ॥226॥ |
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अनुवाद |
“सौ चूल्हों पर सौ लोग खाना पकाते तब भी इतने सारे पकवान इतने कम समय में नहीं बन पाते। |
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