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श्लोक 206
श्लोक
1.5.206
মোর নাম শুনে যেই তার পুণ্য ক্ষয
মোর নাম লয যেই তার পাপ হয
मोर नाम शुने येइ तार पुण्य क्षय ।
मोर नाम लय येइ तार पाप होय ॥206॥
अनुवाद
जो कोई भी मेरा नाम सुनता है, उसके पुण्यकर्मों का फल नष्ट हो जाता है और जो कोई भी मेरा नाम लेता है, वह पापी बन जाता है।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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