वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्री चैतन्य चरितामृत
»
लीला 1: आदि लीला
»
अध्याय 5: भगवान् नित्यानन्द बलराम की महिमाएँ
»
श्लोक 129
श्लोक
1.5.129
কেহো কহে, কৃষ্ণ সাক্ষাত্ নর-নারাযণ
কেহো কহে, কৃষ্ণ হয সাক্ষাত্ বামন
केहो कहे, कृष्ण साक्षात्लर - नारायण ।
केहो कहे, कृष्ण हय साक्षात्वामन ॥129॥
अनुवाद
कुछ लोगों ने कहा कि कृष्ण साक्षात् भगवान नर-नारायण थे जबकि कुछ उन्हें भगवान वामनदेव का अवतार कहते थे।
✨ ai-generated
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2025 vedamrit. All Rights Reserved.