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श्लोक 1.5.104  |
বিষ্ণু-রূপ হঞা করে জগত্ পালনে
গুণাতীত-বিষ্ণু স্পর্শ নাহি মাযা-গুণে |
विष्णु - रूप हझा करे जगत्पालने ।
गुणातीत - विष्णु स्पर्श नाहि माया - गुणे ॥104॥ |
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अनुवाद |
और विष्णु भगवान के रूप में वे समस्त संसार का पालन पोषण करते हैं। भौतिक गुणों से परे होने के कारण भगवान विष्णु का किसी भी भौतिक गुण से कोई लेना-देना नहीं है। |
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