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श्लोक 56
श्लोक
1.4.56
রাধা-কৃষ্ণ এক আত্মা, দুই দেহ ধরি’
অন্যোন্যে বিলসে রস আস্বাদন করি’
राधा - कृष्ण एक आत्मा, दुइ देह धरि ।
अन्योन्ये विलसे रस आस्वादन क रि’ ॥56॥
अनुवाद
राधा और कृष्ण एक ही हैं, लेकिन उन्होंने दो अलग-अलग शरीरों को अपनाया है। इस प्रकार, वे प्यार के मधुर रस का आनंद लेते हैं, एक-दूसरे का अनुभव करते हैं।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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