वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्री चैतन्य चरितामृत
»
लीला 1: आदि लीला
»
अध्याय 2: पूर्ण पुरुषोत्तम भगवान् श्री चैतन्य महाप्रभु
»
श्लोक 75
श्लोक
1.2.75
অনুবাদ না কহিযা না কহি বিধেয
আগে অনুবাদ কহি, পশ্চাদ্ বিধেয
अनुवाद ना कहिया ना कहि विधेय ।
आगे अनुवाद कहि, पश्चाद्विधेय ॥75॥
अनुवाद
"यदि मैं कर्ता की चर्चा नहीं करता, तो मैं क्रिया की चर्चा नहीं करता। अतः सबसे पहले मैं कर्ता की चर्चा करूँगा और उसके बाद क्रिया की।"
✨ ai-generated
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2025 vedamrit. All Rights Reserved.