वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्री चैतन्य चरितामृत
»
लीला 1: आदि लीला
»
अध्याय 2: पूर्ण पुरुषोत्तम भगवान् श्री चैतन्य महाप्रभु
»
श्लोक 28
श्लोक
1.2.28
সেই নারাযণ কৃষ্ণের স্বরূপ-অভেদ
এক-ই বিগ্রহ, কিন্তু আকার-বিভেদ
सेइ नारायण कृष्णेर स्वरूप - अभेद ।
एकइ विग्रह, किन्तु आकार - विभेद ॥28॥
अनुवाद
नारायण तथा श्रीकृष्ण एक ही परमेश्वर के दो रूप हैं, परंतु वे एक समान होते हुए भी, उनके शारीरिक स्वरूपों में भिन्नताएँ हैं।
✨ ai-generated
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2025 vedamrit. All Rights Reserved.