দীক্ষা-অনন্তরে হৈল, প্রেমের প্রকাশ
দেশে আগমন পুনঃ প্রেমের বিলাস
दीक्षा - अनन्तरे हैल, प्रेमेर प्रकाश ।
देशे आगमन पुनः प्रेमेर विलास ॥9॥
अनुवाद
गया में श्री चैतन्य महाप्रभु ने ईश्वर पुरी से दीक्षा ग्रहण की और ठीक उसके बाद उनमें भगवत्प्रेम के लक्षण दिखाई दिए। घर लौटने के बाद भी उनमें ऐसे लक्षण प्रकट हुए।