তৃণ হৈতে নীচ হঞা সদা লবে নাম
আপনি নিরভিমানী, অন্যে দিবে মান
तृण हैते नीच हा सदा लबे नाम ।
आपनि निरभिमानी, अन्ये दिबे मान ॥26॥
अनुवाद
पवित्र नाम का निरंतर कीर्तन करने के लिए व्यक्ति को मार्ग में उगी घास से भी विनम्र होना चाहिए और किसी भी तरह की इज्जत पाने की इच्छा से रहित होना चाहिए, किंतु अन्य लोगों को पूरा सम्मान देना चाहिए।