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श्लोक 1.17.241  |
তবে আচার্যের ঘরে কৈল কৃষ্ণ-লীলা
রুক্মিণী-স্বরূপ প্রভু আপনে হ-ইলা |
तबे आचार घरे कैल कृष्ण - लीला ।
रुक्मिणी - स्वरूप प्रभु आपने हइला ॥241॥ |
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अनुवाद |
उसके पश्चात श्री चंद्रशेखर आचार्य के घर में भगवान कृष्ण की लीलाओं का नाटकीय अभिनय किया गया। भगवान ने स्वयं उनकी प्रमुख रानियों में से एक, रुक्मिणी की भूमिका निभाई। |
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