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श्लोक 183
श्लोक
1.17.183
ভীত দেখি’ সিṁহ বলে হ-ইযা সদয
তোরে শিক্ষা দিতে কৈলু তোর পরাজয
भीत दे खि’ सिंह बले हइया सदय ।
तोरे शिक्षा दिते कैलु तोर पराजय ॥183॥
अनुवाद
मुझे इतना डरा हुआ देख, सिंह बोला, "तुम्हें सबक सिखाने के लिए ही मैंने तुम्हें पराजित किया है, लेकिन अब मुझे तुम पर दया करनी चाहिए।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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