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श्लोक 1.17.18  |
তবে সপ্ত-প্রহর ছিলা প্রভু ভাবাবেশে
যথা তথা ভক্ত-গণ দেখিল বিশেষে |
तबे स प्त - प्रहर छिला प्रभु भावावेशे ।
यथा तथा भक्त - गण देखिल विशेषे ॥18॥ |
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अनुवाद |
इस घटना के पश्चात भगवान इक्कीस घण्टों तक समाधिस्थ हो गए और सभी भक्तों ने उनकी अवर्णनीय लीलाओं का दर्शन किया। |
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