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श्लोक 118
श्लोक
1.17.118
মদ-মত্ত-গতি বলদেব-অনুকার
আচার্য শেখর তাঙ্রে দেখে রামাকার
मद - मत्त - गति बलदेव - अनुकार ।
आचार्य शेखर ताँरे देखे रामाकार ॥118॥
अनुवाद
जब परमेश्वर, बलादेव रूप में नशे की झूमर सी लगी थी, तब आचार्यों के सरदार अद्वैत आचार्य ने उन्हें बलराम रूप में देखा।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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