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श्लोक 1.16.17  |
তাহাঙ্ আমা-সঙ্গে তোমার হবে দরশন
আজ্ঞা পাঞা মিশ্র কৈল কাশীতে গমন |
ताहाँ आमा - सङ्गे तोमार हबे दरशन ।
आज्ञा पाञा मिश्र कैल काशीते गमन ॥17॥ |
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अनुवाद |
महाप्रभु ने तपन मिश्र को विश्वास दिलाया कि वे पुनः काशी में भेंट करेंगे। इस आज्ञा को पाकर तपन मिश्र काशी चले गये। |
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