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श्लोक 1.13.68  |
লোকের নিস্তার-হেতু করেন চিন্তন
কেমতে এ সব লোকের হ-ইবে তারণ |
लोकेर नि स्तार - हेतु करेन चिन्तन ।
केमते ए सब लोकेर हुइबे तारण ॥68॥ |
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अनुवाद |
संसार की ऐसी अवस्था को देखकर वे गंभीरतापूर्वक विचार करने लगे कि इन लोगों का माया के चंगुल से कैसे छुटकारा दिलाया जाए। |
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