श्री चैतन्य चरितामृत  »  लीला 1: आदि लीला  »  अध्याय 13: श्री चैतन्य महाप्रभु का आविर्भाव  »  श्लोक 24
 
 
श्लोक  1.13.24 
অতএব ‘হরি’ ‘হরি’ বলে নারীগণ
দেখিতে আইসে যেবা সর্ব বন্ধু জন
अतएव ‘हरि’ ‘हरि’ बले नारीगण ।
देखिते आइसे येबा सर्व बन्धु जन ॥24॥
 
अनुवाद
जो भी स्नेहशील महिलाएँ बालक को देखने आती थीं, बालक के रोते ही वे “हरि! हरि!” नाम का उच्चारण करती थीं।
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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