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श्लोक 91
श्लोक
1.12.91
এই তিন স্কন্ধের কৈলুঙ্ শাখার গণন
যাঙ্-সবা-স্মরণে ভব-বন্ধ-বিমোচন
एइ तिन स्कन्धेर कैलुँ शाखार गणन।
याँ - सबा - स्मरणे भव - बन्ध - विमोचन ॥91॥
अनुवाद
मैंने जिन तीन तनों (नित्यानंद, अद्वैत और गदाधर) की शाखाओं और उपशाखाओं का वर्णन किया है, उनके नामों को याद रखने मात्र से ही व्यक्ति भौतिक अस्तित्व के बंधन से मुक्त हो जाता है।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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