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श्लोक 1.11.18  |
শ্রী-মাধব ঘোষ — মুখ্য কীর্তনীযা-গণে
নিত্যানন্দ-প্রভু নৃত্য করে যাঙ্র গানে |
श्री - माधव घोष - मुख्य कीर्तनीया - गणे ।
नित्यानन्द - प्रभु नृत्य करे याँर गाने ॥18॥ |
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अनुवाद |
श्री माधव घोष मुख्य कीर्तनकार थे। जब वे कीर्तन करते थे, तब नित्यानंद प्रभु नाचते थे। |
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