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श्लोक 73
श्लोक
1.10.73
বনমালী পণ্ডিত শাখা বিখ্যাত জগতে
সোণার মুষল হল দেখিল প্রভুর হাতে
वनमाली पण्डित शाखा विख्यात जगते ।
सोणार मुषल हल देखिल प्रभुर हाते ॥73॥
अनुवाद
वृक्ष की पैंतीसवीं शाखा वनमाली पण्डित थे, जो संसार में अत्यधिक प्रसिद्ध थे। उन्होंने श्री महाप्रभु के हाथों में स्वर्ण के मुसल और हल देखे।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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